Shubman Gill: जब कोई युवा बल्लेबाज़ विदेशी पिचों पर रन बरसाने लगे — तो समझिए भारतीय क्रिकेट को उसका अगला स्तंभ मिल गया है। शुभमन गिल, वही युवा बल्लेबाज़ जिसने घरेलू मैदानों से लेकर ऑस्ट्रेलियाई तेज़ गेंदबाज़ों तक का डटकर सामना किया, अब एक और ऐतिहासिक मुकाम पर पहुंच चुके हैं।
2025 के इंग्लैंड और आयरलैंड दौरे पर उन्होंने 700+ अंतरराष्ट्रीय रन बनाकर खुद को भारतीय क्रिकेट इतिहास में एक खास पायदान पर पहुंचा दिया है।
मुख्य विश्लेषण: Shubman Gill की ऐतिहासिक उपलब्धि
शुभमन गिल अब एक ही विदेशी दौरे पर 700 से अधिक अंतरराष्ट्रीय रन बनाने वाले भारत के दूसरे खिलाड़ी बन गए हैं। उनसे पहले केवल राहुल द्रविड़ ने यह करिश्मा 2002 के इंग्लैंड दौरे पर किया था।
Shubman Gill: उपलब्धि के प्रमुख बिंदु तीनों फॉर्मेटमें रन बनाए
दौरा: इंग्लैंड और आयरलैंड, 2025 बेस और टॉप ऑर्डर में लचीलापन: गिल ने 1 से 4 नंबर तक हर पोज़िशन पर बल्लेबाज़ी की और रन बनाए
- तुलना: शुभमन गिल vs राहुल द्रविड़
- पैमाना राहुल द्रविड़ (2002) शुभमन गिल (2025)
- दौरा इंग्लैंड इंग्लैंड + आयरलैंड
- कुल रन (एक दौरे पर) 800+ 700+
- मुख्य फॉर्मेट टेस्ट टेस्ट + वनडे + टी20
- उम्र 29 वर्ष 25 वर्ष
- भूमिका क्लासिकल बल्लेबाज़ आधुनिक एंकर + स्ट्राइकर
राहुल द्रविड़ ने उस दौर में अंग्रेज़ी स्विंग पिचों पर क्लासिक बल्लेबाज़ी का नमूना पेश किया, वहीं शुभमन गिल ने हर फॉर्मेट में आधुनिक आक्रामकता और तकनीक का संतुलन दिखाया।
Gill की तकनीक और मानसिकता: सफलता की कुंजी
तकनीकी मजबूती:
गिल की फ्रंट फुट प्ले और बैकफुट पंचेस, दोनों पर गहरी पकड़ है।
कवर ड्राइव में उनकी टाइमिंग, उन्हें अन्य समकालीन बल्लेबाज़ों से अलग बनाती है।
मानसिक धैर्य:
विदेशी दौरे की चुनौती होती है स्विंग, सीम और भीड़ का दबाव।
गिल ने खासतौर पर टेस्ट क्रिकेट में संघर्षपूर्ण हालात में रन बनाकर खुद को साबित किया है।
इस उपलब्धि का महत्व क्यों है?
विदेशों में रन बनाना ही असली कसौटी है। गिल ने इसे पार कर दिखाया है।तीनों फॉर्मेट में निरंतरता बनाए रखना आसान नहीं होता — लेकिन गिल का फॉर्म भारत को 2025 चैंपियंस ट्रॉफी और वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के लिए बड़ी उम्मीद देता है।
विराट कोहली और रोहित शर्मा के बाद भारत को एक ऐसे बल्लेबाज़ की ज़रूरत थी जो सभी प्रारूपों में लीड करे — शुभमन उस भूमिका में आते दिख रहे हैं।
क्रिकेट विशेषज्ञ क्या कह रहे हैं?
आकाश चोपड़ा: “गिल में विराट जैसा फोकस और राहुल जैसा टेम्परामेंट है। यह उपलब्धि सिर्फ शुरुआत है।”
हरभजन सिंह: “मैंने पंजाब के दिनों से देखा है, ये लड़का बड़े मौकों का खिलाड़ी है। विदेशी ज़मीन पर 700 रन बनाना मामूली बात नहीं।”
Shubman Gill: भारतीय क्रिकेट का अगला स्तंभ?
गिल की यह ऐतिहासिक उपलब्धि सिर्फ आंकड़ों का खेल नहीं, बल्कि आने वाले समय में भारतीय क्रिकेट के भविष्य की झलक है। राहुल द्रविड़ जैसे महान खिलाड़ी की लिस्ट में आना आसान नहीं होता — लेकिन शुभमन गिल ने अपने बल्ले से यह साबित कर दिया कि ‘नई पीढ़ी का क्रिकेटर अब पूरी तरह तैयार है।’