HMPV Virus: कोविड-19 महामारी ने हमें एक ऐसा दौर दिखाया जिसे भुला पाना मुश्किल है। मास्क, सामाजिक दूरी और संक्रमण का भय हमारी दिनचर्या का हिस्सा बन गए थे। जैसे ही हम इस त्रासदी से उबरने की कोशिश कर रहे थे, एक और वायरस ने दस्तक दी—ह्यूमन मेटापनेयूमोवायरस (HMPV) यह नया वायरस कोविड जितना घातक नहीं है, लेकिन इसके बढ़ते मामलों ने चिकित्सा विशेषज्ञों और समाज को सतर्क कर दिया है।
HMPV Virus: क्या है यह वायरस?

ह्यूमन मेटापनेयूमोवायरस (HMPV) एक श्वसन संबंधी वायरस है, जिसे पहली बार 2001 में नीदरलैंड में खोजा गया था। यह वायरस पैरामाइक्सोवायरस परिवार का सदस्य है और मुख्य रूप से बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों को प्रभावित करता है। HMPV के लक्षण अक्सर सामान्य सर्दी, फ्लू या ब्रोंकाइटिस जैसे होते हैं, लेकिन गंभीर मामलों में यह निमोनिया का कारण बन सकता है।
भारत में HMPV Virus के मामले
भारत में HMPV के मामले हाल ही में दर्ज किए गए हैं। जनवरी 2025 तक देश में 6 पुष्ट मामले सामने आए हैं। इनमें से:
- 2 मामले कर्नाटक में,
- 1 मामला गुजरात में,
- 2 मामले तमिलनाडु में,
ये सभी मामले बच्चों में दर्ज किए गए हैं, और अब तक उनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है।
HMPV Virus का वैश्विक प्रकोप
HMPV का प्रकोप सबसे पहले नीदरलैंड में देखा गया। यह वायरस धीरे-धीरे अमेरिका, यूरोप और एशिया के विभिन्न हिस्सों में फैल गया। अमेरिका में हर साल लगभग 5-10% श्वसन संक्रमण HMPV के कारण होते हैं। हाल ही में चीन में इसके मामलों में वृद्धि हुई है, जिसने वहां की स्वास्थ्य व्यवस्था पर दबाव बढ़ा दिया है।
HMPV के लक्षण
HMPV के लक्षण आमतौर पर हल्के होते हैं, लेकिन कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों में यह गंभीर हो सकते हैं। इसके प्रमुख लक्षण हैं:
- बुखार
- खांसी
- नाक बहना
- गले में खराश
- सांस लेने में कठिनाई
- थकान और कमजोरी
गंभीर मामलों में यह निमोनिया और ब्रोंकियोलाइटिस का कारण बन सकता है।
HMPV कैसे फैलता है?
HMPV का प्रसार संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने, खांसने या छींकने से होता है। यह दूषित सतहों के माध्यम से भी फैल सकता है। कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले व्यक्ति, बच्चे और बुजुर्ग इसके प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं।
HMPV से बचाव के उपाय

- स्वच्छता बनाए रखें: नियमित रूप से हाथ धोएं और मास्क पहनें।
- सामाजिक दूरी: भीड़भाड़ वाले स्थानों से बचें।
- संक्रमित व्यक्ति से दूरी: संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से बचें।
- प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करें: पौष्टिक आहार लें और व्यायाम करें।
- टीकाकरण: HMPV के लिए अभी कोई विशेष टीका उपलब्ध नहीं है, लेकिन अन्य श्वसन संक्रमणों से बचाव के लिए टीकाकरण करवाएं।
HMPV और कोविड-19: अंतर
HMPV और कोविड-19 दोनों श्वसन संक्रमण के कारण होते हैं, लेकिन इनके प्रभाव और प्रसार में बड़ा अंतर है:
- गंभीरता: HMPV का संक्रमण हल्का होता है, जबकि कोविड-19 ने गंभीर वैश्विक संकट पैदा किया।
- प्रसार: कोविड-19 तेजी से फैलता है, जबकि HMPV का प्रसार अपेक्षाकृत धीमा है।
- टीकाकरण: कोविड-19 के लिए टीके उपलब्ध हैं, लेकिन HMPV के लिए अभी तक कोई टीका विकसित नहीं हुआ है।
ह्यूमन मेटापनेयूमोवायरस (HMPV) कोविड-19 जितना खतरनाक नहीं है, लेकिन यह कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों के लिए एक चुनौती बन सकता है। कोविड-19 ने हमें सिखाया कि स्वास्थ्य और स्वच्छता को प्राथमिकता देना कितना महत्वपूर्ण है। HMPV के प्रसार को रोकने के लिए हमें सतर्क रहना होगा और स्वच्छता के उपायों का पालन करना होगा।
जागरूकता और सही कदमों से इस वायरस के प्रभाव को सीमित किया जा सकता है।